Friday 18 September 2015

वो तीन लोग ।

एक लड़की थी रात को office से
वापस लौट रही थी

देर भी हो गई थी...
पहली बार ऐसा हुआ

और काम भी ज्यादा था तो
Time का पता ही नहीं चला

वो सीधे auto stand पहुँची
वहाँ एक लड़का खड़ा था
वो लड़की उसे देखकर डर गई

कि कहीं उल्टा सीधा ना हो जाए
तभी वो लड़का पास आया

और कहा - बहन तू
मौका नहीं जिम्मेदारी है मेरी

और जब तक तुझे कोई गाड़ी
नहीं मिल जाती

मैं तुम्हे छोड़कर
कहीं नहीं जाऊँगा
don't worry.


वहाँ से एक auto वाला
गुजर रहा था

लडकी को अकेली
लड़के के साथ देखा

तो तुरंत auto रोक दिया
और कहा -  कहाँ जाना है मैडम??

आइये मैं आपको छोड़ देता हूँ
लड़की auto में बैठ गई।

रास्ते में वो auto वाला
बोला - तुम मेरी बेटी जैसी हो ।

इतनी रात को तुम्हें अकेला देखा
तो auto रोक दिया।

आजकल जमाना खराब है ना
और अकेली लड़की मौका नहीं
जिम्मेदारी होती है।

लड़की जहाँ रहती थी
वो एरिया आ चुका था।

वो auto से उतर गई
और auto वाला चला गया।


लेकिन अब भी लड़की को
दो अंधेरी गलियों से होकर
गुजरना था

वहाँ से चलकर
जाना था

तभी वहाँ से पानीपूरी वाला
गुजर रहा था

शायद वो भी काम से
वापस घर की ओर
जा रहा था

लड़की को अकेली देखकर कहा - आओ! मैं तुम्हें घर तक छोड़ देता हूँ

उसने अपने ठेले को
वहीं छोड़कर

एक टोर्च लेकर उस लड़की के साथ
अंधेरी गली की और निकल पड़ा

वो लड़की घर पहुँच चुकी थी।

आज किसी की बेटी,
बहन सही सलामत
घर पहुँच चुकी थी।

मेरे भारत को तलाश है
ऐसे तीन लोगों की -

1) वो लडका जो
auto stand पर खडा था।

2)वो auto वाला।

और

3) वो पानीपूरी वाला।

जिस दिन ये तीन लोग
मिल जाएंगे

उस दिन मेरे भारत में
रेप होना बंद हो जाएगा

तभी आएंगे अच्छे दिन।।

No comments:

Post a Comment